इतनी ख़ुशी इतनी बेखोफी इतनी ख़ुशी इतनी बेखोफी का इज़हार न कर राशीद वो पत्थर के मकान आज भी है.. तनहा शायर हूं बात साफ पन्ने धूल बड़ा चरित्र हल्का संयम सफाई बीमारी तैयारी

Hindi वो साफ गलीया Poems