लग ना जाये हथकड़ी, तू और चार दिन नमाज़ पढ़ ले, वो ताला चाबी, और उस रास्ते पर पड़े तेरे निशां, आज भी है... लग ना जाये हथकड़ी, तू और चार दिन नमाज़ पढ़ ले, वो ताला चाबी, और उस रास्ते पर पड़े ...
ये पल ही है जो कभी कभी सच्चाई नजर में लाते....। ये पल ही है जो कभी कभी सच्चाई नजर में लाते....।
अपने पवित्र प्रेम से इस पर निशां तुम कर देना। अपने पवित्र प्रेम से इस पर निशां तुम कर देना।
दाग दुखता है, दिखता नहीं। जिन्दगी में भी, जिन्दगी के बाद भी। दाग दुखता है, दिखता नहीं। जिन्दगी में भी, जिन्दगी के बाद भी।
बहुत रुलाया इंसा तूने,अब यह तुमको रुला रही है। बहुत रुलाया इंसा तूने,अब यह तुमको रुला रही है।
स्वच्छ भारत को करने की सारी, यार कर ली है हमने तैयारी। स्वच्छ भारत को करने की सारी, यार कर ली है हमने तैयारी।